Jagdalpur news
PM Modi in Bastar: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को ओडिशा के नवरंगपुर में चुनावी जनसभा के बाद जगदलपुर आकर चुनाव प्रचार के लिए आंध्रप्रदेश जाएंगे। प्रधानमंत्री के जगदलपुर में अल्प प्रवास को देखते हुए मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शनिवार को जिला व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने एयरपोर्ट पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य विषयों की समीक्षा की।
पीएम जगदलपुर से विशेष विमान से आंध्रप्रदेश के लिए होंगे रवाना
इधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रवास को देखते हुए वह भी रविवार रात तक जगदलपुर पहुंच जाएंगे। यहां मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट में किरण सिंह देव के नेतृत्व में भाजपा के एक दर्जन वरिष्ठ नेता प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। बताया गया कि दोपहर सवा दो से ढाई बजे के बीच प्रधानमंत्री जगदलपुर से विशेष विमान से आंध्रप्रदेश के राजमहेन्द्री के लिए रवाना होंगे। बस्तर लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए भी प्रधानमंत्री आठ अप्रैल को नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छोटे आमावाल आए थे।
बस्तर के नेता जाएंगे प्रचार को छत्तीसगढ़ में सात मई को लोकसभा चुनाव की बची हुई सीटों पर मतदान होगा। इसके बाद बस्तर के भाजपा नेता चुनाव प्रचार के लिए ओडिशा जाएंगे। ओडिशा में 13 मई से एक जून के बीच चार चरणों में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ संपन्न होंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने बताया कि नौ मई को वह चुनाव प्रचार के लिए ओडिशा के भुवनेश्वर के लिए चले जाएंगे। बस्तर से कई और भाजपा नेता भी वहां जाने की तैयारी कर रहे हैं।
बस्तर सीमा से लगी ओडिशा की नवरंगपुर सीट बीजेडी तो कोरापुट पर कांग्रेस का कब्जा
बस्तर सीमा से लगी ओडिशा की दोनों लोकसभा सीट नवरंगरपुर और कोरापुट में क्रमश: बीजू जनता दल (बीजेडी) और कांग्रेस का कब्जा है। दोनों सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। वर्तमान में नवरंगपुर से बीजेडी के रमेश मांझी और कोरापुट से कांग्रेस के शप्तगिरी शंकर उल्का सांसद हैं। दोनों सीटों में महिला मतदाता की आबादी पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। नवरंगपुर में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के बलभद्र मांझी तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार भी भाजपा ने बलभद्र मांझी को ही प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों में तीन बार ही भाजपा जीत पाई है। 1998, 1999 और 2004 में यहां से भाजपा को जीत मिली थी। उल्लेखनीय है कि बस्तर सीमा के समीप स्थित ओडिशा की ये दोनों सीटें भी आदिवासी आबादी बहुल हैं।